Medical Store Kaise Khole | मेडिकल की दुकान कैसे खोलें | दवाई की दुकान कैसे खोलें? | मेडिकल शॉप कैसे खोलें? | Medicine Store Kaise Shuru Kare | How To Open Medical Store in Hindi | How To Start Medical Store in Hindi | Medicine Store Kaise Shuru Kare
हम सब को कोरोना का भयानक मंजर तो याद ही होगा, जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन था और सभी व्यापार मंदी की ओर बढ़ रहे थे. तब केवल मेडिकल व्यापार ही ऐसा था जिसमें इजाफा हुआ. 2021 में हुए इंडियन इकोनॉमिकल सर्वे के अनुसार अगले एक दशक में भारत के फार्मेसी बिज़नेस की 3 गुना बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में इसमें 9-11% तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. ऐसे में मेडिकल स्टोर शुरु करना एक बेहतरीन बिज़नेस आइडिया साबित हो सकता है.
अगर आप भी मेडीकल शॉप शुरु करना चाहते हैं लेकिन आप के मन में सवाल है कि medical store kaise khole तो आप सही जगह पर आए हैं. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप medical kholne ke liye kya kare , कहां से लाइसेंस लें.
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इस लेख में शामिल
- मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस क्या है
- भारत मे मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस कैसे शुरु करें
- मेडीकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन
- ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक योग्यता शर्तें
- ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- मेडीकल स्टोर शुरु करने में लगने वाली लागत
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस ( medical store in hindi )
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस (medical store in hindi) सीधे तौर पर मेडिकल सेक्टर से जुड़ा बिज़नेस है भारतीय लोग इसे दवाई की दुकान भी बोलते हैं. इसमें कोई व्यक्ति या फर्म स्वास्थय सेवाओं से जुड़े उत्पाद बेचता है. जिसमें मुख्यता दवाइयां (टैबलेट, कैप्सूल्स), इंजेक्शन्स, मेडिकल फ्ल्यूड्स, पर्सनसल हाइजीन से जुड़े सामान बेचे जाते हैं. दवाई की दुकान (medical store in hindi) पर आपको दो तरीकों से दवाई दी जाती है. पहला डॉक्टर की सलाह पर (प्रिसक्रिप्शन) वहीं कुछ दवाएं ऐसी भीं है जिन्हें फार्मासिस्ट अपनी सलाह से मरीजों को दे सकते हैं.
भारत मे मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस कैसे शुरु करें how to open medical store
आपके मन में यह सवाल तो ज़रूर आता होगा कि medical store kaise khole तो आइए हम आपको बताते हैं कि भारत में मेडीकल स्टोर कैसे शुरु करना है. जैसा कि हमें पता है कि मेडिकल स्टोर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा व्यापार है। ऐसे में कई बार एक छोटी सी गलती की ग्राहक को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। यही कारण है कि दवा की दुकान (medical store in hindi) शुरु करने से पहले सभी कानूनी और प्रक्रियाओं को पूरा करना आवश्यक है। हालांकि कानूनी प्रक्रिया से पहले आवश्यक है कि आप मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस के निम्नलिखित तरीकों में से किसी एक को चुनें.
- हॉस्पिटल मेडिकल स्टोर – आपने कई बार अस्पताल के अंदर एक मेडिकल स्टोर देखा होगा, जिसे अस्पताल में भर्ती व ओपीडी में आए मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरु किया जाता है.
- जनरल मेडिकल स्टोर – सभी शहरों में छोटे / मध्यम मेडिकल स्टोर जरूर होते हैं जो आबादी क्षेत्रों में होते हैं। भारत में सबसे अधिक संख्या इन्हीं की है.
- फ़्रैंचाइज़ी – ऐसा मेडिकल स्टोर जो किसी फ़ार्मेसी की चेन का हिस्सा होते हैं. इन चेन्स की विभिन्न क्षेत्रों में ब्रांच होती हैं। आमतौर मेट्रो सिटी मे ऐसी फ्रेंचाइजी अधिक देखने को मिलती हैं.
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मेडीकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन
1. फार्मेसी लाइसेंस – यह लाइसेंस मेडिकल स्टोर बिज़नेस शुरु करने के लिए सबसे आवश्यक दस्तावेज़ों में से एक है. यह लाइसेंस प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के पास बी. फार्मा या एम. फार्मा डिग्री होना अनिवार्य है।
2. मेडिकल स्टोर बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन – भारत में मेडिकल स्टोर भारतीय फार्मेसी अधिनियम 1948 के अन्तर्गत आते हैं। जिसके तहत सभी मेडिकल स्टोर और फार्मेसी को राज्य सरकार के अनुसार सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होता है। जिसके बाद नियमों के आधार पर अधिकारी रजिस्ट्रशन का फैसला लेते हैं.
3. कंपनी रजिस्ट्रेशन- आपको अपने व्यापार को कैसे संचालित करना है इस आधार पर आपको अपने मेडीकल बिज़नेस को निम्नलिखित में से किसी एक फर्म के रूप में रजिस्टर करना होगा।
- प्रोप्राइटरशिप फर्म
- पार्टनरशिप
- वन पर्सन कंपनी
- प्राइवेट लिमिटेड
- एलएलपी (लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप)
4. टैक्स रजिस्ट्रेशन- यदि आपकी फर्म का टर्नओवर जीएसटी के नियमों के आधार पर तय सीमा से अधिक है. तो ऐसे में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना होगा. (यह सीमा नॉर्थ-ईस्ट को छोड़कर सभी राज्यों में 20 लाख रुपए है हालांकि इस के लिए किसी टैक्स एक्सपर्ट की सलाह बहुत आवश्यक है)
5. ड्रग लाइसेंस – प्रत्येक मेडिकल बिज़नेस या फार्मेसी स्टोर को केंद्रीय व राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन से ड्रग लाइसेंस अनिवार्य होता है। आमतौर पर ड्रग लाइसेंस दो तरीके के होते हैं. रीटेल व होलसेल, रीटेल ड्रग लाइसेंस ऐसे दुकानदारों को दिए जाते हैं जो सीधे तौर पर पब्लिक डीलिंग करते हैं. वहीं होलसेल ड्रग लाइसेंस उन्हें दिया जाता है जो रीटेलर्स को माल सप्लाई करते हैं.
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ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक योग्यता शर्तें
- बिज़नेस के लिए कम से कम 10 स्कवायर मीटर जगह होना अनिवार्य है.
- मेडीकल स्टोर (फार्मेसी ) की ऊंचाई Drugs & Cosmetic Rules, 1945 के तहत दिए गए नियमों के अनुसार होनी चाहिए
- यदि आप रीटेल और होलसेल दोनों व्यवसायों को एक ही भवन में करना चाहते हैं, तो उस स्थिति में न्यूनतम एरिया 15 स्कवायर मीटर की आवश्यकता होगी.
- इंजेक्शन, इंसुलिन इंजेक्शन, कुछ एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं को कम तापमान पर स्टोर करने के लिए रेफ्रिजरेटर हमेशा मौजूद होना चाहिए. विभिन्न प्रकार की दवाओं को स्टोर करने के लिए पर्याप्त संख्या में अलमारी और शेल्फ होने चाहिए.
ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़
भारत में ड्रग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट निम्नलिखित हैं. हालांकि यह राज्यों के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं.
- निर्धारित प्रारूप में आवेदन फॉर्म
- आवेदक के नाम और अन्य जानकारियों के साथ हस्ताक्षर किया गया फॉर्म (कवर लेटर) के साथ.
- फीस रसीद
- रजिस्ट्रर्ड फार्मासिस्ट या अन्य सक्षम व्यक्ति का एफेडेविट
- डिक्लेरेशन लेटर
- दुकान या भवन का ओनरशिप प्रूफ/ किरायानामा
- बिज़नेस सर्टिफिकेट
- ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत प्रोपराइटर या पार्टनर्स या डायरेक्टर्स के नॉन-कन्विक्शन एफेडेविट
मेडीकल स्टोर शुरु करने में लगने वाली लागत
छोटे शहरों या कस्बों में फार्मेसी (medical store in hindi) शुरु करने में लगने वाली प्रारंभिक लागत 3-4 लाख के आसपास होती है. वहीं होलसेल बिज़नेस में लगभग 7-10 लाख रुपए का निवेश करना होता है. ये लागत शहर या भवन की कीमत पर भी निर्भर होता है. वहीं यह लागत आपकी दवा की दुकान में रखे स्टॉक पर भी निर्भर करती है.
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न. मेडीकल स्टोर या दवाई की दुकान का कितना स्कोप है?
उत्तर: 2021 में हुए इंडियन इकोनॉमिकल सर्वे के अनुसार अगले एक दशक में भारत के फार्मेसी बिज़नेस की 3 गुना बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में इसमें 9-11% तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. ऐसे में मेडिकल स्टोर शुरु करना एक बेहतरीन बिज़नेस आइडिया साबित हो सकता है.
प्रश्न. मेडीकल स्टोर शुरु करने में लगने वाली लागत?
उत्तर: यह लागत आपकी दवा की दुकान में रखे स्टॉक पर व आपके बिज़नेस भवन पर निर्भर करती है. हालांकि छोटे शहरों या कस्बों में फार्मेसी (medical store in hindi) शुरु करने में लगने वाली प्रारंभिक लागत 3-4 लाख के आसपास होती है. वहीं होलसेल बिज़नेस में लगभग 7-10 लाख रुपए का निवेश करना होता है.
प्रश्न. क्या मैं बी. फार्मा कर के मेडीकल स्टोर शुरु कर सकता हूं?
उत्तर: जी हां, आप बी फार्मा के बाद आवश्यक रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस ले कर मेडिकल स्टोर बिज़नेस शुरु कर सकते हैं.
प्रश्न. क्या मैं मेडिकल स्टोर बिज़नेस के लिए लोन ले सकता हूं?
उत्तर: जी हां, भारत में तमाम बैंक व एनबीएफसी हैं जो लोगों को नए व्यापार शुरु करने के लिए बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं.
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